शुक्रवार, 12 अगस्त 2016

एम्बर्स (रेडियो के लिए एक नाटक)

सैम्युअल बेकेट

एम्बर्स
(रेडियो के लिए एक नाटक)

समंदर की आवाज़ नेपथ्य में धीरे सुनाई पड़ रही है
हेनरी के जूते बजरी पर हैं। वह रुकता है
समंदर की आवाज़ अब तेज हो रही है

हेनरी: चलो  (समंदर की आवाज़ तेज है) चलो! (वह आगे बढ़ता है, जूते रेत और बजरी पर हैं, जैसे ही वह आगे बढ़ता है)। रुको। (जूते बजरी पर ही हैं, जैसे ही वह आगे बढ़ता है आवाज़ तेज होती है), रुको! (वह रुकता है। समन्दर और थोडा तेज होता है), नीचे (समंदर की आवाज़ और तेज होती है), नीचे! (जैसे ही वह बैठता है वैसे ही रेत और बजरी फिसलती है, समंदर अभी भी दूर है, जब भी विराम का संकेत होता है, तब वह दूर से सुनाई पड़ता है) मेरे पीछे कौन है? (विराम)। क्या एक अंधा और बेवकूफ बूढ़ा आदमी। (विराम)। जैसे कि वह मरा ही न हो (विराम)। नहीं, शायद वह कब्र से उठकर मेरे साथ, इस अजनबी जगह पर रहने के लिए आ गया है। (विराम)। क्या वह मुझे सुन सकता है (विराम)। हां, उन्हें मुझे सुनना ही चाहिए (विराम)। मुझे जबाव क्यों नहीं देते? (विराम), नहीं वह मुझे जबाव नहीं देते (विराम)। बस हर समय मेरे साथ ही रहते हैं (विराम)। जो आवाज़ सुनाई दे रही है, वह समंदर की आवाज़ है। (विराम, आवाज और तेज हो रही है)। मैंने कहा कानों में जो आवाज़ आ रही है वह समंदर की है, हम समंदर के किनारे पर बैठे हैं (विराम)। यह मैं इसलिए कह रहा हूं क्योंकि आवाज़ बहुत ही अजनबी है, समंदर की आवाज से एकदम अलग, कि उसे जब तक आप देखेंगे नहीं तब तक आपको पता ही नहीं चलेगा कि आखिर यह था क्या। (विराम) हूव्स! (विराम, आवाज़ तेज होती है) हूव्स (हूव्स के कड़ी सड़क पर चलने की आवाज़ आती है। वे धीरे धीरे दूर होते जाते हैं। विराम) फिर से! (पहले की तरह हूव्स। विराम, उत्साह से) इसे समय को बताने के लिए प्रशिक्षित करो! इसमें स्टील की नाल लगाओ । जूते पहनाओ और यार्ड में बांध दो, पूरे दिन इस पर नाल लगाओ! (विराम)। एक दस टन मैमथ जिंदा होकर वापस आ गए हैं, उनमें स्टील की नाल लगाओ और इस दुनिया को कुचलने दो! (विराम) इसे सुनो (विराम)। अब रोशनी को सुनो, तुम्हें तो हमेशा ही रोशनी पसंद थी न, तुम कभी नहीं चाहते थे कि दोपहर के बाद शाम आए, न ही अपनी परछाई और न ही समंदर का कोई किनारा और न ही कोई द्वीप। (विराम)। तुम कभी भी खाड़ी के इस तरफ नहीं जिए, तुम हमेशा चाहते थे कि शाम को नहाते समय सूरज भी समंदर में गोता लगाए। पर जब मुझे तुम्हारा पैसा मिला, मैं विचलित हुआ, जैसा तुम्हें पता होगा (विराम)। हमें कभी भी तुम्हारा शरीर नहीं मिला, क्या तुम जानते हो कि हम एक बेमतलब से समय में मौत के प्रमाण में उलझकर रहा गए थे, उन्होंने कहा कि इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि तुम हम सबसे कहीं दूर भाग गए हो, और किसी दूसरे झूठे नाम से अर्जेन्टाइना में जिंदा हो और मेरी मां पर इससे दुखों का पहाड़ टूट पड़ा।  (विराम)। मैं इसके मामले में आप की ही तरह हूं, मैं इससे दूर नहीं रह सकता और पर मैं इसके अंदर नहीं गया कभी, नहीं शायद आपके ही साथ मैं इसमें गया था (विराम)। केवल इसके नज़दीक। (विराम)। आज यह शांत है, पर मैं इसे अक्सर घर में सुनता हूं, सड़क के किनारे चलते हुए बात शुरू कर देता हूं, ओह, इसमें बाधा डालने के लिए बहुत तेज तेज, ऊंची आवाज़ में, कोई भी ध्यान नहीं देता (विराम)। पर अब मैं आपसे बात करूंगा, कोई फर्क नहीं पड़ता मैं कहां था, एक बार मैं इन सब अभिशप्त चीज़ों से पीछा छुड़ाने के लिए स्विटज़रलैंड भाग गया था, और जब तक मैं वहां था ये रुका नहीं, मैं पार न पा सका (विराम)। मुझे किसी की जरूरत नहीं है, केवल मैं ही काफी हूं, कहानियां हैं, उनमें से एक है बोल्टन नामक वृद्ध व्यक्ति के बारे में, मैंने उसे कभी ख़त्म नहीं किया, मैंने उनमें से किसी को भी ख़त्म नहीं किया, मैंने कभी किसी को ख़त्म नहीं किया। बस सब कुछ अपने आप ही हमेशा के लिए चला गया (विराम) बोल्टन (विराम, आवाज़ तेज होती है) बोल्टन! (विराम)। और आग से पहले (विराम)।  आग के अपने पूरे लाव लश्कर के आने से पहले ही सभी लटकन टूट चुकी हैं और कोई रोशनी भी नहीं है केवल आग की रोशनी है, उसमें बैठा हुआ................नहीं नहीं अँधेरे में वह आग से बचने वाले कंबल में लिपटा हुआ खड़ा है, चिमनी के तख्ते पर अपने हाथों के साथ और उसकी बाहों पर उसका सिर है, आग के अपने लाल ड्रेसिंग गाउन पर पहुँचने से पहले अँधेरे में खड़े होकर इंतज़ार कर रहे हैं, कोई भी आवाज़ नहीं है, बस केवल आग की ही आवाज़ है। (विराम) अपने लाल रंग के ड्रेसिंग गाउन में खड़े होकर वह उसी तरह आग के पास जा सकता है जैसे जब वह बच्चा था, नहीं नहीं वह उनके पजामा हैं जो अँधेरे में खड़े होकर इंतज़ार कर रहे हैं, कोई रोशनी नहीं है केवल आग है, नहीं नहीं कोई आवाज़ नहीं केवल आग की ही आवाजें हैं, वह बूढ़ा व्यक्ति बहुत बड़े संकट में है (विराम)। फिर दरवाजे पर घंटी बजाता है और जैसे ही वह खिड़की पर जाता है और लटकनों के बीच देखता है, वह बूढ़ा आदमी, बहुत बड़ी और मजबूत, सर्दियों की चमकीली रात, हर तरफ बर्फ, थोड़ा ठंडा और सफेद संसार, बोझ से तले देवदार और फिर जैसे ही बाजू घंटी बजाने के लिए ऊपर जाती है, पहचानता है ..................... होलोवे ....................(लम्बा विराम).............................या होलोवे, पहचानता है, होलोवे, नीचे जाता है और खोलता है (विराम) बाहर सब शांत है, ठहरा हुआ है, कोई आवाज़ नहीं है, अगर कान लगाकर सुनेंगे तो कुत्ते की चेन या टहनी की आवाज़ सुनाई देगी, सफेद संसार, होलोवे अपने छोटे काले थैले के साथ, कोई आवाज़ नहीं, काफी ठंडक है। पूरा चाँद छोटा और सफेद, होलोवे के जूतों के कुटिल निशान, लायर में वेगा बहुत ही हरे थे। (विराम)। लायर में वेगा बहुत ही हरे थे। फिर उनमें ये बातचीत कहाँ हुई, सीढ़ियों पर, नहीं नहीं ये सब कमरे में हुआ, ये बात कमरे में हुई “मेरे प्रिय बोल्टन, अब आधी रात हो गयी है, तुम्हारी कृपा होगी अगर..................” चुप्पी, बोल्टन “कृपया कृपया!”। सन्नाटा, मुर्दा सन्नाटा, कोई आवाज़ नहीं, केवल आग, कोयला जल रहा था, कम्बल में लिपटा होलोवे, अपने कूल्हों को गर्म करने की तैयारी में था, बोल्टन, बोल्टन कहाँ है, कोई रोशनी नहीं, केवल आग, बोल्टन खिड़की पर है, उसके पीछे लटकनें हैं, वह उन्हें अपने हाथ से पकड़ता है, देखता है, सफेद संसार, यहाँ तक कि पहाड़ों की चोटियां, उनके शिखर, पत्ते बर्फ से सफेद पड़ चुके थे, और सबसे असामान्य है घर की शांति, जहां कोई आवाज़ नहीं है, केवल आग है, कोई लपट नहीं है केवल अंगारे हैं। (विराम) अंगारे (विराम)। उछलते, कूदते, दोबारा गिरते हुए, लुकाछिपी करते हुए, अजीब भद्दी डरावनी आवाज़ निकालते हुए, होलोवे अब कालीन पर, वह बूढ़ा आदमी, छह फीट, ह्रष्ट-पुष्ट, टाँगे अलग और पीठ के पीछे उसके हाथ उसके पुराने मैक्फरलेन के पिछले हिस्से को पकडे थे, खिड़की पर बोल्टन, लाल ड्रेसिंग गाउन में वही वृद्ध व्यक्ति, लटकन के विपरीत पीछे, दरार को चौड़ा करने के लिए हाथ फैला रहा था, सफेद संसार, भयानक संकट, कोई आवाज़ नहीं केवल और केवल अंगारे।, मरते हुए, रोशनी में लिपटी हुई मौत के आगोश में जाते, होलोवे, बोल्टन, बोल्टन, होलोवे, बूढ़ा आदमी, भयानक संकट, सफेद संसार, एक भी आवाज़ नहीं (विराम)। उसे सुनो! (विराम),अपनी आँखें बंद करो और इसे सुनो, क्या सोचते हो यह क्या था? (विराम, प्रचंडता के साथ आवाज़) एक बूँद, रिसाव! एक रिसाव (रिसाव की आवाज़, तेजी से बढ़ती हुई, और अचानक से बंद होती है) फिर से (रिसाव फिर से। बढ़ता है)। नहीं! (रिसाव बंद होता है! विराम) पिता जी! (विराम, गुस्सा होता है), कहानियां, कहानियां, और बरस दर बरस केवल कहानियां ही कहानियां, मुझे भी जरूरत थी, किसी ऐसे की जो मेरे साथ होता,कोई भी एक अजनबी, मुझसे बात करता, वह मुझे सुनता,कितने बरस हो गए ऐसा हुए और उसके लिए जो मुझे बचपन से जानता, मेरे साथ होता, मुझे सुनता, मैं अब क्या हूं वह जानता, मैं क्या हूं यह उसे पता होता.......... (विराम)। कोई नहीं (विराम), न ही वहां। (विराम)। एक बार और कोशिश (विराम) सफेद संसार, कोई आवाज़ नहीं। (विराम)। होलोवे। (विराम)।होलोवे ने कहा वह जाएगा, भगवान न करे अगर वह पूरी रात एक काली अंगीठी के पास ही बैठा हो, वह नहीं समझता, एक पुराने दोस्त को बनाए, एक पुराने दोस्त को, सर्दी और अँधेरे में, एक पुराना दोस्त बहुत जरूरी होता है, बैग लाता है, फिर कोई शब्द नहीं, कोई व्याख्या नहीं, कोई गर्मी नहीं, कोई रोशनी नहीं, बोल्टन: “कृपया! कृपया!” होलोवे, कोई मनोरंजन नहीं, कोई स्वागत नहीं, अपनी मज्जा तक थमा हुआ ठंडा, उसकी मौत को देखो, नहीं समझ सकता, अजनबी व्यवहार, पुराना दोस्त, बोलता है वह जाएगा, हिलता नहीं, एक भी आवाज़ नहीं, आग बुझ रही है, खिड़की से बाहर आते सफेद धुंए के कतरे, भयानक द्रश्य, भगवान से चाहता है कि वह आया न होता, कोई सामान नहीं, आग बुझ गयी है, बहुत ठंड, भयानक संकट, सफेद संसार, कोई आवाज़ नहीं, कोई सामान नहीं। (विराम) कोई सामान नहीं (विराम) इसे नहीं कर सकता (विराम)। इसे सुनो (विराम)। पिताजी (विराम) आप मुझे अब नहीं जानते होंगे, आपको दुःख होगा कि कभी मैं आपका था, पर आप तो वाकई बेकार हो थे, मैंने आपसे आख़िरी शब्द यही सुना था, बेकार (विराम)। अपने पिता की आवाज़ की नक़ल बनाना) “क्या तुम गोता लगाने आ रहे हो?” “नहीं” “अरे आओ न, आओ न” घूरना, दरवाजे को मारना, मुड़ना और फिर घूरना “तुम एक बेकार और असफल व्यक्ति हो, एकदम असफल!” (दरवाजे को बहुत जोर से बंद करना, विराम)/ फिर से (मारना, विराम)। बर्बाद जिंदगियां इसी तरह ख़त्म होती हैं! (विराम) बेकार (विराम)। उम्मीद करता हूं कि उसके पास हो (विराम)। कभी भी एडा से नहीं मिला,क्या आप या क्या आप, मुझे यदा नहीं, कोई फर्क नहीं पड़ता, कोई उसे अब जानता नहीं है। (विराम)। उसे मेरे खिलाफ आखिर किसने कर दिया, क्या आपको पता है, शायद उस भयानक छोटे बच्चे ने, मैं भगवान से चाहता हूं कि वह वो हमारे पास कभी न होती, मैं उसके साथ उसका हाथ पकड़कर चलता था, जीसस, कितना अजीब था कि वह मुझे हाथ छुड़ा कर कभी जाने न देती थी और मैं बात करने से पागल हो रहा था। “साथ भागो एडी और मेमने को देखो” (एडी की आवाज़ की नक़ल) “नहीं पिता जी” “जाओ, जाओ” (फरियाद करते हुए)नहीं पिता जी (हिंसक)। “जब भी तुम्हें बोला जाए, तुम्हें जाना होगा और मेमने को देखो!” (एडी का भरी विलाप। विराम)। एडा के साथ बात करना भी कभी कभी गुनाह लगता था, छोटी छोटी बातों से लेकर उन पुराने सुनहरे दिनों के बारे में बात करना जब हम सोचते थे कि काश हमें मौत आ जाती (विराम)। पचास साल पहले एक नकली राजकुमार (विराम) और आज (विराम, एक औपचारिक नाराजगी के साथ)। ब्लूबैंड का राजकुमार। (विराम), मैं आपसे बात करके थक गया हूँ (विराम)। हमेशा ऐसा होता है, आपसे बात करते करते पूरे पहाड़ों पर चढ़ते जाओ और फिर एकदम से चुप हो जाना और घर को संकटों में छोड़ देना और सप्ताहों तक खुद से एक भी शब्द न बोलना, एक हरामी की तरह मनहूस, इससे बेहतर है मर जाना, इससे बेहतर है मरजाना। (लम्बा विराम) एडा (विराम, जोर से) एडा!
एडा: (कहीं दूर से आती हुई आवाज़) हां
हेनरी: क्या तुम यहाँ पर काफी समय से थी?
एडा: थोड़े समय से। (विराम) तुम क्यों रुके, मेरी चिंता न करो। (विराम)। क्या तुम चाहते हो मैं चली जाऊं? (विराम) एडी कहाँ है?
विराम
हेनरी: अपने संगीत के अध्यापक के साथ। (विराम) क्या आज तुम मुझे जबाव दोगी?
एडा: तुम्हें ठन्डे पत्थरों पर नहीं बैठना चाहिए, इससे तुम सही से बढ़ नहीं पाओगे। जरा उठो तो, मैं अपना शॉल तुम्हारे नीचे रख दूं (विराम) क्या अब सही लग रहा है?
हेनरी: यकीनन ही बेहतर है, कोई मेल ही नहीं। (विराम)। क्या तुम मेरे साथ बैठने जा रही हो?
एडा: हां। (जब वह बैठती है तो कोई आवाज़ नहीं आती) ऐसे? (विराम) या क्या तुम चाहते हो ऐसे बैठूं? (विराम) तुम्हें कोई परवाह नहीं (विराम) मुझे लगता है बहुत ठंड है आज, तुमने अपने जैगर तो पहने ही होंगे? (विराम) क्या तुमने अपने जैगर पहने हैं, हेनरी?
हेनरी: वो हुआ यूं, कि मैंने उन्हें पहना तो और फिर मैंने उन्हें पहना और फिर मैंने उन्हें उतार दिया, और फिर मैंने उन्हें पहना और उतारा और फिर से उतारा, फिर से पहना और उतारा और फिर मैंने..................
एडा क्या तुमने अभी पहने है?
हेनरी: मुझे नहीं पता। (विराम) हूव्स! (विराम, तेज) हूव्स (हूव्स की कड़ी सड़क पर चलने की आवाज़ आती है, वह अपने आप गायब हो गयी) फिर से!
हूव्स पहले ही की तरह। विराम
एडा: क्या तुमने यह सुनाई दिया?
हेनरी: बहुत ज्यादा नहीं
एडा: तेज चल रहा है?
हेनरी: नहीं (विराम) क्या एक घोडा समय बता सकता है?
विराम
एडा: मुझे नहीं लगता कि मुझे इस सवाल का जबाव पता है
हेनरी (झुंझलाकर) क्या किसी घोड़े को प्रशिक्षित किया जा सकता है कि वह अपनी चार टांगों पर खड़ा होकर समय का पता लगा सकता है?
एडा: ओह (विराम)। मेरी कल्पना में जरूर एक घोडा था वह ऐसा करता था। (वह हंसती है। विराम) हंसो हेनरी: मैं रोज मजाक नहीं करती। (विराम) हेनरी, सुनो, क्या तुम मेरे लिए हंस नहीं सकते?
हेनरी: क्या तुम चाहती हो मैं हंसू?
एडा: तुम्हारी हंसी इतनी आकर्षक है कि शायद इसी के कारण मैं तुमपर फिदा हुई थी। तुम्हारी हंसी और तुम्हारी मुस्कान (विराम)। हंसो न, इससे हम अपने पुराने दिनों को दोहरा सकेंगे।
विराम, वह हंसने की कोशिश करता है। नहीं हंस पाता
हेनरी: शायद मुझे इस मुस्कान से शुरू करना चाहिए (मुस्कान के लिए विराम) क्या यह तुम्हें आकर्षित करता है? (विराम)। अब मैं फिर से कोशिश करूंगा (लम्बी भयानक हंसी) क्या यह पहले की तरह आकर्षक हो सका?
एडा: ओह हेनरी
विराम
हेनरी: इसे सुनो! (विराम) होंठ और पंजे! (विराम) इसे दूर ले जाओ! जहां से यह मुझे खोज न पाए! महाप्रस्थ! क्या?
एडा: खुद को शांत करो
हेनरी: और मैं इसके किनारे पर रहता हूँ? क्यों? पेशेवर मजबूरी है क्या? (संक्षिप्त हंसी)। सेहत का कारण (संक्षिप्त हंसी)। पारिवारिक संबंध? (संक्षिप्त हंसी) कोई औरत? (हँसता है और इसमें वह भी उसके साथ हंसती है) कुछ पुरानी कब्रें, जिनसे मैं खुद को अलग नहीं कर सकता? (विराम) इसे सुनो! यह कैसा है?
एडा: यह एक पुरानी आवाज़ है, जिसे मैं पहले सुना करती थी। (विराम) यह उसी जगह पर किसी और समय की तरह है (विराम)। यह कठोर है, हम पर ऊपर से छिड़का जाता है। (विराम) अजीब ही है कि यह पहले खुरदुरा हो सकता था (विराम) और अब शांत
विराम
हेनरी: हमें उठना चाहिए और चलना चाहिए
एडा: चलना? कहां? और एडी? उसे बहुत निराशा होगी जब वह यहां आएगी और देखेगी कि तुम उसके बिना ही चले गए हो? (विराम) तुम आखिर उसे अपने पास रखे क्यों हो?
पर्दा गिरता है
पियानो के केस पर गोलाकार पैमाना आता है। अस्थिर, ऊंचे और नीचे सुरों के साथ एडी ए फ्लैट मेजर, बजाती है, हाथ पहले एक साथ होते हैं, फिर उलटे चलते हैं, विराम
संगीत अध्यापक (इटली के उच्चारण में) सैंटा सेसिलिया
एडी: क्या मैं अब अपना पीस बजा सकती हूँ, कृपया?
विराम।
संगीत अध्यापक पियानो केस पर रूलर के साथ वाल्टज टाइम के दो बार की धुन बजाता है। एडी ए फ्लैट मेजर, में शोपिन के पांचवे वाल्टज के ओपनिंग बरस को बजाती है। जैसे ही वह बजाती है संगीत अध्यापक की धुन का समय हल्का होता जाता है। बॉस के पहले तार में, बार 5, में वह एफ की जगह ई बजा देती है, पियानो केस पर रूलर की दोबारा आवाज़ आती है। एडी बजाना बंद कर देती है।
संगीत अध्यापक (गुस्से से) फा!
एडी (आँखों में आंसू लाते हुए): क्या?
संगीत अध्यापक:एफ एफ!
एडी: (आँखों में आंसू लाते हुए) कहाँ?
संगीत अध्यापक: (गुस्से में) कवा! (वह नोट उछालता है) फा! विराम। एडी दोबारा शुरू करती है। संगीत अध्यापक रूलर के साथ हलके हलके बीट करता है। जब वह बार 5 पर पहुँचता है, तब वह कुछ गलतियां कर देती है। पियानो के केस पर बहुत ही तेज प्रहार। एडी रुकती है, बजाती है और रोना शुरू कर देती है।
संगीत अध्यापक : (पागलों की तरह): एफ! एफ! (वह नोट पर टोकता है) एफ! (वह नोट पर टोकता है) एफ! और एडी का रोना एक आक्रमण में बदल जाता है और पर्दा गिरता है । विराम
एडा:  तुम आज शांत हो
हेनरी: उसे इस दुनिया में घसीटना सही नहीं है, अभी उसे पियानो ही बजाना चाहिए
एडा: उसे सीखना चाहिए, वह सीखेगी। वह और घुड़सवारी।
हूव्स का आना
घुड़सवारी प्रशिक्षक: अब मिस! यहाँ पर कोहनी मिस! हाथ नीचे मिस! (हूव्स ढुलकता है) अब मिस! पीछे सीधे मिस! पीछे सीधे मिस! घुटने अन्दर मिस! (हूव्स कदमताल करता है) अब मिस! पेट अंदर मिस! ठुड्डी ऊपर मिस! (हूव्स चौकड़ी भरता है) अब मिस! आँखें सामनें मिस! (एडी को रोना आने लगता है) अब मिस! मिस!
चौकड़ी भरता हुआ हूव्स “अब मिस!” और एडी का क्रंदन चीख में बदल जाता है और पर्दा गिरता है । विराम।
एडा: तुम क्या सोचते रहते हो? (विराम) मुझे सिखाया नहीं गया और अब बहुत देर हो गयी है। मेरी पूरी जिंदगी इसका अफसोस रहेगा।
हेनरी: तुम्हारा सबसे मजबूत पहलू क्या था, मैं भूल गया।
एडा: ओह....................... मुझे लगता है रेखागणित, समतल और ठोस।(विराम) पहले समतल और फिर ठोस। (जैसे ही वह उठता है, रेत गिरती है) तुम क्यों उठे?
हेनरी: मैंने सोचा मुझे कम से कम पानी के किनारे से कहीं दूर जाने की कोशिश तो करनी चाहिए। (एक उच्छ्वास के साथ) और वापस आना चाहिए। (विराम) मेरी बूढ़ी हड्डियों को खींचों।
विराम
एडा: खैर क्यों तुम ऐसा क्यों नहीं करते? (विराम) उसके बारे में सोचते हुए यहां खड़े न रहो (विराम) घूरते हुए यहां खड़े न हो (विराम, वह समंदर की तरफ जाता है। रेत पर उसके जूते हैं, वह दस कदम जाता है। पानी के किनारे पर जाकर वह रुक जाता है। विराम। समंदर थोड़ा और तेज होता है। दूर) अपने अच्छे जूते को खराब मत करो
विराम
हेनरी: नहीं करो, नहीं
समंदर अचानक से अशांत हो जाता है।
एडा: बीस बरस पहले याचना कर रही हैं। नहीं नहीं
हेनरी: (तुरंत करता है) प्रिय
एडा (करती है, ज्यादा अस्पष्ट रूप से) नहीं
हेनरी (करता है, खुश होकर) प्रिय!
अशांत समंदर। एडा रोती है। रोती है और समंदर का विस्तार होता है,बंद होता है। पुरानी स्मृतियों का अंत होता है। विराम। समंदर शांत है। वह गहरे फैले हुए समंदर के किनारे पर वापस जाता है। जूते रेत में धंसे जा रहे हैं। वह रुकता है।विराम। वह आगे बढ़ता है। रुकता है। विराम। समंदर शांत है और शिथिल हो रहा है।
एडा: इस बीच की जगह पर खड़े न रहो। (विराम। वह रेत पर बैठता है) शॉल पर (विराम)। क्या तुम्हें डर है कि हम छू सकते हैं? (विराम) हेनरी
हेनरी: हां
एडा: तुम्हें अपनी बोली के लिए किसी चिकित्सक से मिलना चाहिए, यह बहुत ही खराब है, जबकि यह एडी की तरह होनी चाहिए थी? (विराम)। क्या तुम जानते हो जब वह छोटी थी तो उसने मुझसे क्या कहा था, उसने कहा था “माँ, पिताजी हमेशा बात ही क्यों करते रहते हैं? उसने तुम्हें शौचालय में सुना था। मैं नहीं जानती क्या जबाव दूं।”
हेनरी: पिताजी! एडी! (विराम) मैंने तुमसे कहा था कि उससे कहो कि मैं प्रार्थना कर रहा हूं। (विराम) भगवान और उसके संतों पर प्रार्थनाओं की बारिश कर रहा हूं
एडा: यह बच्चे के लिए बहुत ही बुरा है। (विराम) यह कहना बेवकूफी है कि  यह तुम्हें यह सब सुनने से रोकता है, यह तुमने इसे सुनने से नहीं रोकता और अगर ऐसा होता भी है तो तुम्हें इसे नहीं सुनना चाहिए, तुम्हारे दिमाग में जरूर ही कोई गड़बड़ है।
विराम
हेनरी: कि मुझे यह नहीं सुनना चाहिए!
एडा: मुझे नहीं लगता कि तुम इसे सुनते हो। और अगर तुम ऐसा करते हो तो इसमें क्या गलत है। यह बहुत ही शांतिपूर्ण विनम्र और कानों को सुकून देने वाली आवाज़ है तो तुम इससे नफरत क्यों करते हो? (विराम) और अगर तुम इससे नफरत करते हो तो क्यों खुद को इससे दूर नहीं रखते? तुम हमेशा यहां क्यों आ जाते हो? (विराम) तुम्हारे दिमाग में कुछ तो चलता ही है, तुम होलोवे को देखना चाहते हो, क्या वह जिंदा है है न?
विराम
हेनरी: (वहशीपन से) धमाका, मैं धमाका चाहता हूँ! ऐसे! (वह रेत में कुछ खोजता है, दो बड़े पत्थर उठाता और उन्हें आपस में रगड़ना शुरू कर देता है) पत्थर! (टकराता है)पत्थर! (टकराता है! “पत्थर” और दोनो को और भी तेज रगड़ता है, बंद कर देता है। वह एक पत्थर दूर फ़ेंक देता है। उसके गिरने की आवाज़ आती है।) यह है ज़िन्दगी! (वह दूसरा भी पत्थर दूर फेंकता है। उसके गिरने की आवाज़) न कि यह..................(विराम)........................छि!
एडा: और ज़िन्दगी क्यों? (विराम) ज़िन्दगी ही क्यों, हेनरी? (विराम) क्या यह किसी के बारे में है?
हेनरी: किसी भी जिंदा व्यक्ति के बारे में नहीं!
एडा: मुझे जहां तक लगता है (विराम) जब हम कुछ होने की इच्छा करने लगते हैं तो यह किसी न किसी के कारण तो होता ही है। अब इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि उस जगह रेत जमी हो या बर्फ।
हेनरी: हां, तुम हमेशा ही रंगीली बातचीत में देखे जाने से बचती हो न। जैसे ही कोई ऐसी बात शुरू हुई नहीं कि तुम एकदम मैचेस्टर गार्जियन में तब्दील हो जाती हो। (विराम)। वह छेद अभी भी वहीं है, इतने बरसों के बाद भी। (विराम। बहुत जोर से) वह छेड़ अभी भी वहीं हैं।
एडा: कौन सा छेद? धरती तो छेदों से भरी पड़ी है।
हेनरी: जहां हमने यह शायद पहली बार किया था
एडा: ओह हां, मुझे लगता है कि मुझे याद है। (विराम) वह जगह अभी बदली नहीं है।
हेनरी: ओह, हां, यह बदल चुकी है। (बहुत आत्मविश्वास से) उसका कुछ समतलीकरण हो रहा है। (विराम) अब वह कितने बरस की है?
एडा: मैंने गिनना बंद कर दिया।
हेनरी: बारह? तेरह? (विराम) चौदह?
एडा: मैं तुम्हें वाकई नहीं बता सकती, हेनरी।
हेनरी: मुझे उसे पाने में बहुत समय लगा है। (विराम)। कई बरसों तक हम एक दूसरे से अलग रहे हैं (विराम)। पर हमने यह अंत में किया। (विराम) इसे सुनो! (विराम)। जब तुम इससे बाहर आ जाती हो तो इतना भी बुरा नहीं है। (विराम) शायद मुझे मर्चेंट नेवी में जाना चाहिए था।
एडा: तुम जानते हो कि यह केवल सतह पर है, ऊपरी है। इसके नीचे सब कुछ कब्र की तरह ही शांत होता है। कोई आवाज़ नहीं। चाहे दिन हो या रात हो, कोई भी आवाज़ नहीं। कोई स्पंदन नहीं, कोई कोलाहल नहीं।
विराम
हेनरी: अब मैं ग्रामोफोन साथ कुछ घूमना चाहता हूँ। पर मैं उसे आज भूल गया।

एडा: इसका कोई फायदा नहीं है। (विराम) उसे डुबोने का कोई फायदा नहीं है। (विराम) देखो होलोवे
विराम
हेनरी: चलो न नौका से चलते हैं!
एडा: नाव की सवारी? और एडी? उसे बहुत खराब लगेगा जब वह यहाँ आएगी और उसे पता चलेगा कि तुम उसके बिना ही चले गए हो। (विराम)। तुम अभी अभी कहां थे? (विराम) मुझसे बात करने से पहले
हेनरी: मैं अपने पिता के साथ था
एडा: ओह (विराम) इस बारे में कोई कठिनाई नहीं।
हेनरी: मेरा मतलब है कि मैं उन्हें अपने पास लाने के लिए खोज रहा था (विराम)। तुम पहले की तुलना में आज बहुत दुष्ट लग रही हो एडा (विराम)। मैं उनसे पूछ रहा था कि क्या वे मुझसे कभी मिले हैं, मुझे तो याद नहीं
एडा: फिर?
हेनरी: उन्होंने मुझे कोई जबाव नहीं दिया।
एडा: मुझे लगता है कि तुमने उन्हें खुद पर ओढ़ रखा है (विराम) तुम्हें उन्हें जिंदा होने पर खुद पर डाला था और उनके मर जाने के बाद अब तुमने उन्हें खुद पर एकदम ही ओढ़ लिया है। (विराम) एक समय ऐसा आएगा कि तुमसे कोई भी इंसान बात नहीं कर पाएगा (विराम) आएगा वह दिन जब कोई भी तुमसे बात नहीं कर पाएगा, यहाँ तक कि कोई अजनबी भी नहीं। (विराम)। तुम अपनी आवाज़ के साथ ही अकेले हो जाओगे, और वहां पर दुनिया की कोई आवाज़ नहीं होगी, होगी तो केवल तुम्हारे आवाज। (विराम) क्या तुम मुझे सुन रहे हो?
हेनरी: मुझे याद नहीं पड़ता कि वे तुमसे कभी मिले थे।
एडा: तुम जानते हो कि वे मुझसे मिले थे
हेनरी: नहीं एडा, मैं नहीं जानता, मुझे माफ करना। मैं तुमसे जुड़ी लगभग हर बात भूल चुका हूं।
एडा: तुम वहां नहीं थे।, केवल तुम्हारी माँ और बहन थी। मैंने तुम्हें बुलाने के लिए आवाज़ लगाई थी। हम एक साथ नहाने जा रहे थे।
विराम
हेनरी: (झुंझला कर) बोलती रहो, बोलती रहो! न जाने लोग बोलते बोलते रुक क्यों जाते हैं?
एडा: उनमें से कोई नहीं जानता था कि तुम कहाँ थे?  तुम अपने बिस्तर पर सोए नहीं थे। हर कोई एक दूसरे पर चीख चिल्ला रहा था। तुम्हारी बहन से कहा कि वह पहाड़ों की चोटी से छलांग लगा लेगी। तुम्हारे पिता उठे और दरवाजे को धक्का देकर बाहर गए। मैं भी उनके पीछे पीछे भागी और सड़क पर उनसे आगे निकल गई। उन्होंने मुझे नहीं देखा। वे समन्दर की तरफ देखते हुए एक चट्टान पर बैठे हुए थे। उनकी वह भंगिमा अभी तक मेरे दिल में है, मैं भूली नहीं हूं उसे। और हां, चूंकि वह बहुत ही आम भंगिमा है और तुम भी अक्सर वैसे ही बैठते हो। शायद मैं उनकी उस जड़ता के कारण उसे अपने जेहन से नहीं निकाल पाई हूं, क्योंकि वह एकदम पत्थर बन गए थे। मैं उसे कभी समझ नहीं पाई
विराम
हेनरी: बोलती रहो, बोलती रहो! (याचना करते हुए) बोलती रहो, एडा, हर शब्द मेरे लिए अमृत की एक बूँद है
एडा: बस यही, यही मुझे याद है। (विराम) तुम्हारी या तुम्हारे पिता की कहानी याद करना या जो भी तुम कर रहे थे,  अब वाकई मुझे याद नहीं है
हेनरी: मैं नहीं कर सकता! (विराम) मैं इसे और नहीं कर सकता
एडा: तुम एक क्षण पहले ही तो कर रहे थे, मुझसे बात करने से एकदम पहले तक
हेनरी (गुस्से से): पर मैं अब इसे और नहीं कर सकता! (विराम) ओह प्रभु
विराम
एडा: हां, तुम जानते हो कि मेरा मतलब क्या है, आदमी के दिमाग में कई तरह के विचार और आदतें कई कारणों से होती हैं, वे दिमाग में कैसे जाती हैं, सब कुछ पता होता है, जैसे जब किसी भी व्यक्ति को लगता है कि उसे कोई चीज़ उठानी है तो वह नीचे झुकता है या कोई हाथ बीच हवा में झूलता है जैसे वह अनाथ हो। तो यह बात है। पर तुम्हारे पिता जिस तरह से चट्टान पर बैठे हुए थे, उस दिन ऐसा कुछ  नहीं हुआ था जो मैं तुम्हें उंगली पर गिनकर बता सकती हूँ और कह सकती हूं कि यह यह उस दिन हुआ था। नहीं मैं नहीं बता सकती, मुझे कभी वह याद नहीं आ सकता है। शायद जैसे मैंने कहा उनके शरीर का कड़ापन, जैसे उनमें कोई सांस न बची हो। (विराम)। क्या तुम्हारी मदद करना बेवकूफी है, हेनरी? (विराम) अगर तुम चाहो तो मैं और कुछ और याद करने की कोशिश कर सकती हूं। (विराम) नहीं? (विराम)। तो मुझे लगता है कि वापस जाना चाहिए

हेनरी: अभी नहीं! तुमने बोलने की जरूरत नहीं है, केवल सुनना। सुनो भी नहीं तो केवल मेरे साथ रहो (विराम)। एडा! (विराम। तेज आवाज़ में)  एडा! (विराम) हे प्रभु (विराम)! हूव्स (विराम। तेज आवाज़ में)। हूव्स (विराम) । हे प्रभु! (लंबा विराम) उनके जाने के बाद, सड़क पर आपसे आगे निकलते हुए, आपने नहीं देखा, ......................की तरफ देखते हुए (विराम), क्या समंदर को नहीं देखा जा सकता था (विराम) जब तक कि आप दूसरी तरफ नहीं मुड़ गए? (विराम) पिताजी! (विराम) मुझे अनुमान लगाना चाहिए। (विराम) वह आपको कुछ समय तक खड़े होकर देखती रही, और फिर ट्रैम की तरफ चली गयी,  ऊपर गयी और सामने की तरफ बैठी (विराम)। सामने की तरफ बैठ गयी (विराम) और अचानक से उसे अजीब सा महसूस होने लगा और वह नीचे आती है, कंडक्टर “क्या आपने इरादा बदल दिया है मिस?” वह रास्ते पर आती है अब आपका कोई संकेत नहीं दिख रहा है। (विराम) बहुत ही अप्रसन्न और बेचैन है, एक क्षण को रुकती है, कोई भी नहीं है, समंदर से बहुत ठंडी हवाएं आ रही हैं, वह वापस जाती है और घर जाने के लिए वापस ट्राम लेती है। (विराम) हे प्रभु! (विराम) “मेरे प्रिय बोल्टन......................”  (विराम) “अगर यह एक इंजेक्शन है जो तुम्हें चाहिए था, तो बोल्टन अपनी ट्राउजर नीचे करो, और मैं तुम्हें यह लगाऊंगा, मेरे पास एक नौ में एक पैन्हीस्टरेक्टोमी है” और इसे बेहोश होकर ही दिया जा सकता है। (विराम) आग बंद हो चुकी है, बहुत ठण्ड है, सफेद संसार, भयानक संकट, कोई आवाज़ नहीं (विराम) बोल्टन ने पर्दे से खेलना शुरू कर दिया है, कोई लटकन नहीं, बताना मुश्किल है, इसे वापस लेता है, उसकी तरफ चुन्नटें आती हैं, और चाँद उसमें से झाँक रहा है, और फिर उसे वापस गिराता है, भारी वेलवेट का बना हुआ है और कमरे में अन्धेरा छा जाता है, फिर उसकी तरफ जाता है, सफेद, काला सफेद, काला, होलोवे। “प्रभु के लिए उसे बंद कर दो, बोल्टन, क्या तुम मुझे ख़त्म करना चाहते हो?” (विराम) काली, सफेद, काली, सफेद, पागल बनाने वाली चीज़ें। (विराम) फिर उसने अचानक से माचिस जलाई, बोल्टन ने मोमबत्ती जलाई, उसके सिर के ऊपर पकड़ता है और चलता है और होलोवे की आँखों में आँखें डालकर देखता है। (विराम) निशब्द, केवल देखना, बूढ़ी नीली आँखें, एकदम भावहीन, जिनकी बरौनियाँ झड़ चुकी हैं, पलकें ढीली हो चुकी हैं,सब चीज़ें तैर रही हैं, और मोमबत्ती उसके सिर के ऊपर हिल रही है। (विराम) आंसू? (विराम, लंबी हंसी) ओह प्रभु नहीं, बिलकुल नहीं। (विराम) एक भी शब्द नहीं, केवल देखना, नीली बूढ़ी आँखें, होलोवे “अगर तुम्हें एक शॉट चाहिए तो ऐसा कहो और भगवान के लिए मुझे यहाँ से जाने दो” (विराम) “हम यह पहले कर चुके हैं बोल्टन, मुझसे ये दोबारा करने के लिए न कहो” (विराम) बोल्टन “कृपया” (विराम) कृपया, (विराम) “होलोवे कृपया”। (विराम) मोमबत्ती हिल रही है और इधर उधर बूँद बूँद कर चुआ रही है, अब नीचे है और बूढ़ी बांह थक चुकी है और उसने इसे दूसरी बांह में पकड़ लिया है, जैसा वह हमेशा करता था, रात है, और अंगारे ठंडे हो रहे हैं, और आपकी बूढ़ी मुट्ठी में कम्पन हो रहा है, और आप कह रहे हैं कृपया! कृपया (विराम) भीख मांगते हुए (विराम) ओह बेचारा (विराम) एडा! (विराम), पिताजी (विराम) प्रभु (विराम)। इसे ऊपर पकड़ें, शरारती संसार, होलोवे को फिक्स करता है, आँखें बंद हो रही हैं, फिर से कुछ नहीं पूछ रहा, केवल देखता है, होलोवे उसका चेहरा ढकता है, कोई आवाज़ नहीं, सफेद संसार, बहुत ठण्ड, भयानक द्रश्य, बूढ़ा आदमी, भयंकर संकट, नहीं अच्छा नहीं, (विराम) अच्छा नहीं हो रहा है। (विराम) प्रभु! (विराम, जैसे ही वह उठता है रेत गिरती है। वह समंदर की तरफ जाता है। जूते रेत पर हैं, वह रुकता है, विराम, समंदर और तेज होता है) चलो (विराम, वह चलता है। जूते रेत पर हैं, वह पानी के किनारे पर जाकर रुकता है, विराम, समंदर और तेज होता है) छोटी किताब। (विराम) यह शाम,....................(विराम), इस शाम कुछ नहीं (विराम) कल, कल.................। नौ बजे नलसाजी? (विराम) ओह हां, बर्बादी.....................(विराम) शब्द (विराम) शनिवार ...........................कुछ नहीं। रविवार,........................ रविवार, पूरे दिन कुछ नहीं (विराम) कुछ नहीं, पूरे दिन कुछ नहीं (विराम) पूरे दिन, पूरी रात कुछ नहीं (विराम) कोई आवाज़ नहीं


समंदर। 

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